
श्री चित्त रंजन महापात्र एक अनुभवी तकनीकी विशेषज्ञ और कुशल प्रशासक हैं। उन्होंने 1 अक्टूबर 1989 को राउरकेला इस्पात संयंत्र (RSP) में SAIL के प्रबंधन प्रशिक्षु (तकनीकी) के रूप में अपना करियर आरंभ किया। इससे पहले उन्होंने 1988 में क्षेत्रीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय, राउरकेला (अब एनआईटी राउरकेला) से रासायनिक अभियांत्रिकी में स्नातक की डिग्री प्राप्त की थी।
श्री महापात्र ने RSP के एयर सेपरेशन प्लांट से अपनी सेवा की शुरुआत की और अगले लगभग 34 वर्षों तक संयंत्र के विभिन्न विभागों में कई प्रमुख पदों पर कार्य किया। 30 जून 2017 को उन्हें महाप्रबंधक (यूटिलिटीज़) और 31 मई 2019 को महाप्रबंधक (सेवाएं) नियुक्त किया गया। इसके बाद, 29 अक्टूबर 2020 को उन्हें सामग्री प्रबंधन विभाग (Materials Management) का प्रमुख नियुक्त किया गया, जहाँ उन्होंने कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) के अधिकारों का प्रयोग किया।
15 जून 2022 को श्री महापात्र को बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) में कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) के रूप में पदस्थ किया गया, जहाँ उन्होंने कई परियोजनाओं को सफलतापूर्वक प्रारंभ और पूर्ण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अतिरिक्त, उन्हें 1 जनवरी 2024 से कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया। इसके बाद 15 नवम्बर 2024 को उन्हें BSL में कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) बनाया गया।
ED (वर्क्स) के रूप में अपने कार्यकाल में, श्री महापात्र के नेतृत्व में बोकारो इस्पात संयंत्र ने उत्पादन और लाभप्रदता के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल कीं और नए कीर्तिमान स्थापित किए।
उन्होंने ED (वर्क्स) के रूप में संयंत्र प्रमुख का दायित्व निभाया और इसके पश्चात् भिलाई इस्पात संयंत्र में निदेशक (प्रभारी) के रूप में अपना नया कार्यभार संभाला।
श्री चित्त रंजन महापात्र को संयंत्र संचालन के विभिन्न पहलुओं का तीन दशकों से भी अधिक का गहन अनुभव प्राप्त है। वे बोकारो पावर सप्लाई कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (BPSCL) के निदेशक मंडल के सदस्य भी रहे हैं।
उनकी नेतृत्व क्षमता, तकनीकी विशेषज्ञता और परियोजनाओं को कुशलता से क्रियान्वित करने की दक्षता SAIL और भारतीय इस्पात उद्योग के लिए अत्यंत मूल्यवान रही है।