CSR

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कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR)

SAIL का सामाजिक उद्देश्य कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) का पर्याय है।

स्टील उत्पादन के व्यवसाय के अलावा, कंपनी का उद्देश्य ऐसे तरीकों से व्यापार करना है जो उन समुदायों को सामाजिक, पर्यावरणीय और आर्थिक लाभ प्रदान करें जहां यह संचालित होती है। किसी भी संगठन के लिए, CSR की शुरुआत उसके व्यापार के समाज पर प्रभाव को समझने से होती है। इसी विचारधारा और समाज में सार्थक बदलाव लाने की प्रतिबद्धता के साथ, SAIL ने अपने प्रारंभ से ही CSR पहलों को संरचित और लागू किया है। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप, SAIL संयंत्रों के आसपास स्थित गांव जो पहले अज्ञात थे, आज बड़े औद्योगिक केंद्रों में बदल गए हैं।

SAIL की CSR पहलें कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 135, उसकी अनुसूची-VII, CSR (नीति) नियम, 2014, तथा CSR संशोधन नियम, 2021 और 2022 के अनुरूप संचालित की जाती हैं। SAIL मुख्य रूप से अपने स्टील टाउनशिप और खदानों के आसपास CSR परियोजनाएं लागू करता है। इसकी प्रमुख गतिविधियाँ अनुसूची-VII के तहत आती हैं, जिनमें शामिल हैं शिक्षा और स्वास्थ्य को बढ़ावा देना, महिला सशक्तिकरण, स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से सतत आय सृजन, दिव्यांगों (विशेष योग्यता वाले लोगों) की सहायता, जल और स्वच्छता सुविधाओं तक पहुंच, गांवों का विकास, पर्यावरण संरक्षण, खेल कोचिंग, पारंपरिक कला और संस्कृति को बढ़ावा देना आदि।

स्वच्छ भारत अभियान – स्वच्छ विद्यालय अभियान

SAIL ने भारत के माननीय प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए "स्वच्छ भारत अभियान" में भाग लिया। इस अभियान के तहत, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु में स्थित अपने संयंत्रों और खदानों के आस-पास 672 शौचालयों का निर्माण किया। इन शौचालयों का रखरखाव संबंधित स्कूल प्रबंधन समितियों द्वारा किया जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता जागरूकता अभियान और स्वच्छता अभियान लगातार चलाए जा रहे हैं।

SAIL की प्रमुख CSR पहलें::

स्वास्थ्य सेवा (Healthcare):

SAIL का विशाल और विशेषीकृत स्वास्थ्य सेवा ढांचा 2011-24 के दौरान संयंत्रों और इकाइयों के आसपास रहने वाले लगभग 183.74 लाख लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर चुका है। इसमें मोतियाबिंद ऑपरेशन, क्लेफ्ट लिप और पैलेट सर्जरी, पोलियो-लेग सुधार जैसी सर्जरी कराई जाती हैं। इसके अलावा, श्रवण बाधित, एनीमिया, सिकल सेल, थैलेसीमिया, स्त्री रोग संबंधी बीमारियों, कुष्ठ रोग और क्षय रोग के मरीजों का मुफ्त इलाज किया जाता है

स्वास्थ्य सेवाएं घर-घर तक पहुंचाने के लिए:

  • विभिन्न गांवों में नियमित स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाते हैं।

  • 2023-24 में 1.80 लाख से अधिक लोगों को स्वास्थ्य लाभ मिला।

  • 24 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से 84,000 से अधिक मरीजों को मुफ्त दवा और चिकित्सा सुविधा प्रदान की गई।

शिक्षा (Education):

SAIL शिक्षा के माध्यम से समाज के विकास को बढ़ावा देने के लिए 77 स्कूलों को संचालित कर रहा है, जिनमें 40,000 से अधिक बच्चे आधुनिक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। इसके अलावा, भिलाई और राउरकेला में 600 सरकारी स्कूलों में 60,000 छात्रों को मध्याह्न भोजन और राशन किट प्रदान की जाती हैं।

 

विशेष पहल:
 

  • 22 विशेष विद्यालय (कalyan, Mukul & DAV Vidyalayas)

  • ग्यान ज्योति योजना - बिरहोर जनजाति के बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा, भोजन, चिकित्सा, खेल, और व्यावसायिक प्रशिक्षण।

  • 1000 से अधिक छात्रों को वार्षिक छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है।

महिला सशक्तिकरण और आय सृजन:

SAIL महिलाओं और युवाओं के लिए विभिन्न व्यावसायिक और कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करता है।

  • 2023-24 में 1578 युवाओं और 2369 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया।

  • प्रशिक्षण कार्यक्रमों में नर्सिंग, फिजियोथेरेपी, कंप्यूटर शिक्षा, मोबाइल रिपेयरिंग, दर्जी कार्य, कृषि, मशरूम खेती, मुर्गीपालन, मत्स्य पालन, अगरबत्ती और मोमबत्ती बनाना, हथकरघा, सिलाई, मसाले, सैनिटरी नैपकिन निर्माण, बांस और जूट शिल्प आदि शामिल हैं।

ग्रामीण अवसंरचना विकास:
 

  • 450 गांवों के 79.03 लाख लोगों को मुख्यधारा से जोड़ा गया।

  • 8176 जल स्रोतों का निर्माण एवं रखरखाव किया गया।

  • 50 लाख से अधिक ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल की सुविधा दी गई।
     

पर्यावरण संरक्षण:
 

  • सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सौर स्ट्रीट लाइटें और सौर लालटेन वितरित की गईं।

  • पार्कों, वनस्पति उद्यानों और जल निकायों का रखरखाव।

  • 5 लाख से अधिक पौधों का रोपण और संरक्षण।

  • झारखंड के गुमला जिले में 100 KW क्षमता का सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया गया।
     

दिव्यांग और वरिष्ठ नागरिक सहायता:
 

  • दिव्यांगों को ट्राइसाइकिल, मोटर चालित वाहन, कैलिपर्स, श्रवण यंत्र, कृत्रिम अंग आदि प्रदान किए गए।

  • दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष स्कूल और प्रशिक्षण केंद्रों का संचालन।

  • 'सियान सदन' (बुजुर्गों के लिए गृह), 'आचार्य धाम' और 'अवसर' जैसे वृद्धाश्रमों का संचालन।

  • 3 दिसंबर, 2023 को 3000 दिव्यांगों को सहायक उपकरण वितरित किए गए।
     

खेल, कला और संस्कृति संरक्षण:
 

  • फुटबॉल, हॉकी, एथलेटिक्स और तीरंदाजी के लिए आवासीय खेल अकादमियां।

  • विशेष ओलंपिक्स भारत (SOB) के तहत दिव्यांग खिलाड़ियों को प्रशिक्षित किया गया।

  • सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसे छत्तीसगढ़ लोक कला महोत्सव, ग्रामीण लोक उत्सव आयोजित किए गए।

  • राष्ट्रीय विरासत स्थलों का संरक्षण (दिल्ली के लोदी गार्डन में 5 स्मारक, वेदव्यास, राउरकेला आदि)।
     

आपदा राहत:
 

  • कोविड-19 महामारी, जम्मू-कश्मीर बाढ़, ओडिशा के फाइलिन चक्रवात और उत्तराखंड बाढ़ राहत में योगदान।

  • PM CARES फंड में ₹50 करोड़ (2021-22) और ₹25 करोड़ (2020-21) का योगदान।

  • 1444 बिस्तर वाला कोविड देखभाल केंद्र, 600 बेड क्वारंटीन सुविधा, मुफ्त भोजन और मास्क वितरण।
     

विशेष CSR पहलें:
 

सरंडा वन विकास:
 

SAIL ने सरंडा वन, झारखंड में विकास कार्य किए।
 

  • 7000 साइकिल, ट्रांजिस्टर, सौर लालटेन वितरित किए।

  • एकीकृत विकास केंद्र (IDC) का निर्माण, जिसमें बैंक, पंचायत कार्यालय, राशन की दुकान, टेलीकॉम कार्यालय, आंगनवाड़ी केंद्र आदि शामिल हैं।
     

मॉडल स्टील गांव:
 

  • 79 गांवों को "मॉडल स्टील गांव" के रूप में विकसित किया गया।

  • शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़कों, स्वच्छता, खेल सुविधाएं और रोजगार के अवसर प्रदान किए गए।
     

पुरस्कार और सम्मान:
 

  • CSR टाइम्स अवार्ड 2024 – 'सिल्वर'

  • गोल्डन पीकॉक अवार्ड 2022 (राउरकेला स्टील प्लांट)

  • CSR इंडिया अवार्ड 2020

  • बेस्ट PSU शिक्षा पुरस्कार 2019