
डॉ. अशोक कुमार पंडा क अनुभवी वित्त विशेषज्ञ हैं, जिन्हें स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) के विभिन्न संयंत्रों और इकाइयों में तीन दशकों से अधिक का अनुभव है। उन्हें वित्त के लगभग सभी क्षेत्रों का व्यापक अनुभव है जैसे कि वित्तीय लेखांकन, लागत एवं बजट, वार्षिक व्यावसायिक योजना, परियोजना वाणिज्यिक गतिविधियाँ, कोषागार संचालन, सेवानिवृत्ति ट्रस्ट, कराधान और रणनीतिक प्रबंधन। उन्हें उनके गहन डोमेन ज्ञान, तकनीकी समझ और सक्रिय दृष्टिकोण के लिए जाना जाता है।
डॉ. पंडा ने अपने करियर की शुरुआत SAIL में प्रबंधन प्रशिक्षु के रूप में की थी, जब उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बी.ई. पूरा किया था। SAIL में कार्य करते हुए भी उन्होंने अपने ज्ञान को बढ़ाने की ललक बनाए रखी और देश के प्रमुख बिजनेस स्कूलों में से एक, XIM भुवनेश्वर से वित्त में विशेषज्ञता के साथ पूर्णकालिक पीजीडीएम किया। इसके बाद उन्होंने बिजनेस फाइनेंस में पीएच.डी. की उपाधि भी प्राप्त की।
SAIL जैसे तकनीक-प्रधान संगठन में, डॉ. पंडा की पृष्ठभूमि, अनुभव, तत्परता और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता के चलते उन्होंने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की हैं। उनके योगदान वाले प्रमुख क्षेत्रों में शामिल हैं:
ऋण में ₹20,000 करोड़ की कमी लाने हेतु डीलिवरेजिंग प्रयासों के माध्यम से उधारी में कटौती।
लागत कटौती की पहल, जिसमें संयंत्र-स्तर पर तकनीकी कारणों की पहचान और कार्य योजना बनाकर अक्षमताओं को दूर करना शामिल है।
भारतीय रेल को आपूर्ति किए गए रेलों की उचित कीमत निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका।
SAIL में स्थायी परिसंपत्तियों की बिक्री की लेखा नीति में संशोधन, जिससे लाभप्रदता में सुधार हुआ।
नई कर व्यवस्था में परिवर्तन की पहल, जिससे स्थायी बचत सुनिश्चित हुई।
SAIL की इकाइयों में ई-इनवॉइसिंग की कार्यान्वयन प्रक्रिया में अग्रणी भूमिका।
SAIL में केंद्रीकृत वेतन प्रणाली को स्थिर करने में योगदान।
अपने पूरे करियर के दौरान, डॉ. पंडा ने उत्कृष्ट नेतृत्व क्षमताएं दिखाई हैं। वे न केवल स्वयं प्रेरित व्यक्ति हैं, बल्कि टीम को साथ लेकर चलने वाले व्यक्तित्व भी हैं। उन्होंने कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी शांत चित्त से काम करने की क्षमता प्रदर्शित की है।
उनकी विश्लेषणात्मक क्षमताएं उन्हें विभिन्न समस्याओं का अभिनव समाधान खोजने में मदद करती हैं। उन्होंने जहाँ-जहाँ काम किया है, वहाँ एक सकारात्मक सांस्कृतिक बदलाव लाने में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
डॉ. पंडा ने SAIL की कई संयुक्त उद्यम और सहायक कंपनियों के बोर्ड में नामित निदेशक के रूप में भी कार्य किया है।